Wednesday 14 September 2016

Who will win? You think : Sparrow or vulture

Who will win? You think : Sparrow or vulture 
एक बार छोटी सी गौरेया और बड़े गिद्ध में प्रतियोगिता तय हुई/ निश्चय हुआ कि जो सबसे ऊंचाई तक पहुँचेगा वो ही विजेता होगा/

प्रतियोगिता प्रारंभ हुई- गौरेया फुर्र-फुर्र करती हुई ऊपर उठने लगी तो उसे दो कीड़े दिखाई पड़े, जो गिरते हुए नीचे आ रहे था / गौरेया ने उन दोनों को भी अपने साथ ले लिया और धीरे- धीरे ऊपर जाने लगी /

इधर इतनी देर में गिद्ध बहुत ऊँचा पहुँच चूका था, पर तभी उसे सड़ी हुई लाश दिखाई पड़ी और वह प्रतियोगीता भूलकर लाश खाने जा बैठा, और गौरेया प्रतियोगिता जीत गई /


थोड़ी दूर पे एक संत अपने शिष्यों के साथ बैठे यह घटना देख रहे  थे, वो शिष्यों से बोले – “ ऊँचे उठे फिर ना गिरे, यही मनुज को कर्म/ औरन ले ऊपर उठे, इससे बड़ों न धर्म/”

संत ने जो कहा वो सच में हम मनुष्यों के जीवन का भी सबसे बड़ा सच है, सच यही है जब एक सामान्य व्यक्ति जीवन कि प्रत्येक पथ पे उपलब्धि और उचाईयों को प्राप्त कर चुका हो और जब अचानक उसके जीवन में पतन होने लगे तब उसके कुकर्म ही उसके जिम्मेदार होते है/ वही पे जो व्यक्ति हमेशा धीरे-धीरे शांति से धर्मपथ पर चलते हुए अपने साथ औरों को भी आगे ले चलता है वो जीवन के हर पथ पे ऊंचाईयों को पाने में सफल होता है/      

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